फेवीक्विक के बारे में तो हम सभी जानते हैं। यह किसी भी चीज को चिपकाने के लिए काम आता है। यह एक ऐसा रासायनिक पदार्थ है जो दो चीजों को बेहद मजबूती से चिपका देता है।
कई बार फेविक्विक हमारी उंगलियों पर लग जाता है और हमारी उंगलियां भी आपस में चिपक जाती है। सवाल यह है कि यदि फेवीक्विक आंखों में चला जाए तो क्या होगा।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूजा भार्गव बताती है कि 2012 में उनके साथ ऐसा कुछ हो चुका है। वह अपने घर से बाहर हॉस्टल में थी।
उनके पास एक पर्सनल कंप्यूटर था। पूजा भार्गव बताती है कि एक दिन कंप्यूटर खराब हो गया। उसकी कैबिनेट टूट गई थी। पूजा भार्गव ने उसे फेवीक्विक
से जोड़ने का फैसला किया। पूजा भार्गव कहती है कि मैं उसे जोड़ने के लिए पुराना फेवीक्विक ले आयी जो की पहले प्रयोग में लाया गया था। इसलिए उसका CAP चिपक क्या था।
मेने जोर लगा के खोलने की कोशिश की तो कैप खुलेते ही उसका सारा पेस्ट मेरी एक आंख में चला गया। मेरे आंखे तुरंत बंद हो गयीं। मैं घबरा गयी।
पर मेरे आँखों में तुरंत अंदर से पानी आ गया जिसके वजह से फेवीक्विक मेरे आंख में चिपकने की जगह अंदर से पलक में चिपक गया।
थोड़ी देर बाद मेरी आंख थोड़ी सी खुल गई। मुझे दिखाई देने लगा। मैं तत्काल डॉक्टर के पास गई। मेरी आंख लाल हो चुकी थी। डॉक्टर ने एक ड्रॉप आंख में डालने के लिए दिया।
1 दिन का बेड रेस्ट रहा और दूसरे दिन आंख पहले की तरह नॉर्मल थी। डॉक्टर ने बताया कि आंखें अपनी समस्याओं का समाधान खुद कर लेती है।
पलके बहुत नाजुक होती है परंतु आंखों की सुरक्षा करती है। खतरा होने पर आंसू अपने आप निकल आते हैं। इन्हीं आंसुओं ने फेविक्विक को बेअसर कर दिया था।