ज्यादातर लोग समझते हैं कि मकड़ी (Spider) अपने जाले (Web) का इस्तेमाल रहने के लिए करती है, लेकिन वह इसकी मदद से खुद को अलर्ट भी रखती है.
इसी जाल की मदद से उस तक आवाजें पहुंचती हैं. यह दावा न्यूयॉर्क की बिंगहैम्प्टन यूनिवर्सिटी (Binghampton University) के शोधकर्ताओं ने अपनी हालिया रिसर्च में किया है.
शोधकर्ताओं का कहना है मकड़ी अपने जाल की मदद से उसको नुकसान पहुंचाने वालों से भी खुद को बचाती है. जानिए, मकड़ी ऐसा कैसे करती है…
शोधकर्ताओं का कहना है, मकड़ी के जाले के आसपास जब भी कोई साउंड या आवाज आती है तो हवा में एक वाइब्रेशन पैदा होता है. हवा के जरिए यह वाइब्रेशन जाल से होते हुए मकड़ी के पैरों तक पहुंचता है. ऐसा होने पर मकड़ी अलर्ट हो जाती है कि आसपास कोई खतरा हो सकता है.
इससे पहले हुई रिसर्च में यह सामने आया था कि जब भी इसके जाले के पास कुछ बाइब्रेट होता है तो ये रिस्पॉन्ड करती हैं. रिसर्च के दौरान इसकी पुष्टि करने के लिए वैज्ञानिकों ने मकड़ी के जाले के पास हवा में ध्वनि पैदा की. ऐसा होने पर पहली बार मकड़ी ने रिएक्शन के रूप में एक्टिविटी की